S.No.-QUESTIONS |
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ANSWERS |
Page No 85:- Question-1- बालगीतं साभिनयं सस्वरं गायत। |
इसे विद्यार्थी स्वयं अभिनय करके गाएँ। |
Page No 85:- Question-2-पद्यांशान् योजयत- |
मातुल! किरसि = कथं न स्नेहम् तारकखचितं = चन्द्रिकावितानम् त्वरितमेहि मां = श्रावय गीतिम् अतिशयविस्तृत = नीलाकाशः धवलं तव = सितपरिधानम् |
Page No 85:- Question-3-पद्यांशेषु रिक्तस्थानानि पूरयत- |
(क) प्रिय मातुल! वर्धय मे प्रीतिम्। (ख) कथं प्रयास्यसि मातुलचंद्र। (ग) नैव दृश्यते क्वचिदवकाशः। (घ) मह्यम् दास्यसि मातुलचन्द्र! (ङ) कथमायासि न भो! मम गेहम्। |
Page No 85:- Question-4- प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत- |
(क) अस्मिन् पाठे चन्द्रः मातुलः। (ख) नीलाकाशः अतिश्यविस्तृतः अस्ति। (ग) मातुलचन्द्रः स्नेहम् न किरति। (घ) गीतिं श्रावयितुं शिशुः चन्द्रं कथयति। (ङ) चन्द्रस्य सितपरिधानं तारकखचितं अस्ति। |
Page No 86:- Question-5-उदाहरणानुसारं निम्नलिखितपदानि सम्बोधने परिवर्तयत- |
यथा- चन्द्रः - चन्द्र! (क) शिष्यः - शिष्य! (ख) गोपालः - गोपाल! यथा- बालिका - बालिके! (क) प्रियंवदा - प्रियंवदे! (ख) लता - लते! यथा- फलम् - फल! (क) मित्रम् - मित्र! (ख) पुस्तकम् - पुस्तक! यथा- रविः - रवे! (क) मुनि: - मुने! (ख) कविः - कवे! यथा- साधुः - साधो! (क) भानुः - भानो! (ख) पशुः - पशो! यथा- नदी - नदि! (क) देवी - देवि! (ख) मानिनी - मानिनि! |
Page No 87:- Question-6-मञ्जूषात: उपयुक्तानाम् अव्ययपदानां प्रयोगेणरिक्तस्थानानि
पूरयत- |
(क) जगन्नाथपुरी कुत्र अस्ति? (ख) त्वं कदा पुरीं गमिष्यसि? (ग) गङ्गानदी कुतः प्रवहति? (घ) तव स्वास्थ्यं कथम् अस्ति? (ङ) वर्षाकाले मयूराः किम् कुर्वन्ति? |
Page No 87:- Question-7-तत्समशब्दान् लिखत- |
मामा मातुल। मोर मयूरः तारा तारकम् कोयल कोकिलः कबूतर कपोतः |